[ 800 शब्द ] Essay on International Literacy Day in Hindi - विश्व साक्षरता दिवस पर आसान निबंध

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essay on international literacy day in hindi

International Litracy Day par nibandh Hindi mein

भूमिका: आज के इस आधुनिक युग में शिक्षा का विशेष महत्व है। अगर कोई व्यक्ति आज शिक्षा से वंचित हो जाता है तो उसका जीवन बेकार और व्यर्थ है। और वह जीवन के किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्त नहीं कर सकता क्योंकि शिक्षा के द्वारा ही व्यक्ति को इस बात की समझ आती है कि उसके लिए क्या अच्छा है और क्या बुरा है। अगर उसे शिक्षा प्राप्त नहीं है तो उसका जीवन पशु के समान है। इसलिए आज की तारीख में हर एक व्यक्ति को शिक्षा जरूर ग्रहण करना चाहिए।


अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस भारत सरकार के द्वारा देश में कोई भी व्यक्ति शिक्षा से वंचित न रह जाए इसके लिए सरकार के द्वारा साक्षरता अभियान चलाया जा रहा है ताकि अधिक से अधिक लोगों को शिक्षित किया जा सके। इसके अलावा 8 सितंबर को अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाया जाता है ताकि देश और दुनिया सभी जगह शिक्षा का प्रचार और प्रसार हो सके। और जो भी व्यक्ति शिक्षा के अभाव में जीवन के मुख्य धारा से कट गया है जो समाज से वंचित और शोषित है उसे भी शिक्षा दिया जाए।


ताकि वह समाज के मुख्यधारा में सम्मिलित होकर देश के विकास में अपना योगदान दें। क्योंकि जब किसी देश के नागरिक शिक्षित होते हैं तो उस देश की उन्नति निरंतर होती रहती है। और बहुत ही जल्द देश एक विकसित देश की कतार में सम्मिलित हो जाता है। इसलिए प्रत्येक नागरिक को शिक्षा ग्रहण करनी चाहिए। भारत देश में 20% लोग ऐसे हैं जो शिक्षित नहीं है यह अपने आप में काफी बड़ा आंकड़ा है। ऐसे में भारत सरकार ने देश में शिक्षा को अधिक से अधिक लोगों के पास पहुंचाने के उद्देश्य से कई प्रकार के जन हितकारी योजना का संचालन किया है।


ताकि लोगों को शिक्षा के महत्व के बारे में मालूम चल सके। भारत के आज ऐसे कई राज्य हैं जहां पर शिक्षा की व्यवस्था काफी खराब है और वहां पर शिक्षा के जो आंकड़े हैं वह काफी चिंताजनक है। इसलिए भारत सरकार को उन राज्यों पर विशेष ध्यान देना होगा। सबसे अधिक शिक्षा की स्थिति अगर किसी राज्य में खराब है तो उस राज्य का नाम बिहार है। बिहार में शिक्षा की पद्धति पहले के मुकाबले थोड़ी ठीक हुई है लेकिन अभी भी उस में काफी सुधार की जरूरत है।


अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस का इतिहास: आज के समय में कई ऐसे लोग हैं जो शिक्षा को समय की बर्बादी मानते हैं और छोटे बच्चों को पढ़ाई लिखाई की उम्र में काम करने के लिए भेज देते हैं। इससे उन बच्चों का भविष्य बर्बाद होता है और साथ में देश का भी। इसलिए ऐसे लोगों को जागरूक करना होगा कि शिक्षा का जीवन में क्या महत्व है। शिक्षा को बढ़ावा और प्रचारित करने के उद्देश्य से संयुक्त राष्ट्र संघ यूनेस्को द्वारा 17 नवंबर 1965 को विश्व साक्षरता दिवस मानाने का घोषणा किया था। उसके बाद से ही पूरे विश्व में 8 सितंबर को अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस के रूप में मनाया जाता है।


अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस का मुख्य लक्ष्य : अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस का मुख्य लक्ष्य छोटे बड़े सभी को शिक्षित करना है। जो लोग आर्थिक तंगी या घर के किसी ऐसी समस्या के कारण शिक्षा से वंचित रह गए उन्हें भी शिक्षित करना है। ताकि अज्ञानता के अंधकार को दूर किया जा सके। अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस के द्वारा देश के प्रत्येक नागरिक को शिक्षित करना है ऐसा लक्ष्य हमें निर्धारित करना होगा।


और उसके लिए निरंतर काम भी करते रहना होगा तभी जाकर देश का प्रत्येक नागरिक शिक्षित होगा। और अगर ऐसा हो जाता है तो यकीन मानिए हमारा देश भारत एक विकसित राष्ट्र बन सकता है। क्योंकि शिक्षा के द्वारा ही देश का विकास तेजी के साथ होता है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण है अमेरिका और रूस इन देशों में शिक्षा का स्तर काफी अच्छा है।


भारत में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए शिक्षा संबंधित अभियान:

  1. राजीव गांधी साक्षरता मिशन।
  2. मिड डे मील योजना।
  3. सर्व शिक्षा अभियान।
  4. साक्षर भारत अभियान।
  5. कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय योजना।
  6. प्रौढ़ शिक्षा योजना।
  7. बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना।
जिसका परिणाम है कि भारत में 1951 में साक्षरता प्रतिशत 18 % और आज की तारीख में 74.4% देश के नागरिक शिक्षित हैं। अभी देश में अधिकांश जनता अशिक्षित हैं इसलिए हमें निरंतर काम करना होगा ताकि देश के हर एक व्यक्ति को शिक्षित बनाया जा सके।


उपसंहार : साक्षरता दिवस के दिन हम सभी को इस बात की प्रतिज्ञा लेने होगी की देश के प्रत्येक नागरिक को साक्षरता दिवस के बारे में जागरूक करेंगे। ताकि उनको मालूम चल सके कि जीवन में साक्षरता का क्या महत्व है। इस दिशा में सरकार निरंतर काम कर रही है इसलिए हमारा भी फर्ज बनता है कि हम सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर सरकार के इस अभियान को सफल करें। ताकि देश का प्रत्येक नागरिक शिक्षित हो तभी तो हमारा भारत विकास के पथ पर तेजी के साथ अग्रसर हो पाएगा।





F.A.Q ( अधिकतर पूछे जाने वाले सवाल )

  1. साक्षरता दिवस किस देश में मनाया जाता है ?
  2. साक्षरता दिवस किसी एक देश में नहीं बल्कि पुरे विश्व में मनाया जाता है.

  3. साक्षरता दिवस किस दिन मनाया जाता है ?
  4. साक्षरता दिवस हर वर्ष 8 सितम्बर को मनाया जाता है.

  5. साक्षरता दिवस का उद्देश्य क्या है ?
  6. अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस का मुख्य उद्देश्य विश्व के सभी लोगो को शिक्षित करना है जो लोग आर्थिक तंगी या घर के किसी ऐसी समस्या के कारण शिक्षा से वंचित रह गए उन्हें भी शिक्षित करना है ताकि अज्ञानता के अंधकार को दूर किया जा सके।


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