[1000 शब्द ] Essay on city life vs village life in Hindi - शहरी जीवन बनाम ग्राम्य जीवन

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city life vs village life essay in hindi

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भूमिका : भारत की सबसे बड़ी विशेषता है कि भारत में शहरी और ग्रामीण दोनों जगह लोग निवास करते हैं। लेकिन भारत की अधिकांश लोग ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करती है। ग्रामीण क्षेत्र में कृषि से जुड़े हुए काम किए जाते हैं। पुरे देश में अनाज की आपूर्ति ग्रामीण क्षेत्रों से ही होती है। इसके विपरीत शहरी क्षेत्र में हमे बड़े-बड़े कल कारखाने, हॉस्पिटल और स्कूल दिखाई देते है।


जहां पर ग्रामीण क्षेत्रों से लोग काम की तलाश में आते हैं। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले छात्र उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए शहर में आते हैं। क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े-बड़े स्कूल और कॉलेज उपलब्ध नहीं होते हैं। इसलिए उनको अपनी शिक्षा पूरी करने के लिए शहर में आना पड़ता है। एक प्रकार से हम कहे तो शहर और गाँव दोनों का अपना अलग महत्व है और भारत में दोनों की भूमिका अहम है।


शहर के लोग काफी व्यस्त रहते हैं: शहर में रहने वाले लोगों के पास टाइम नहीं होता है वह काफी व्यस्त रहते हैं। उनके सभी काम करने की एक विशेष टाइम होती है और उसके अनुरूप युवा अपने सभी काम को करते हैं। कुछ लोगों के पास तो इतना भी समय नहीं होता है की वह अपने परिवार वालों के साथ 2 मिनट तक बात कर सके। वह हमेशा काम में व्यस्त रहते हैं।


लेकिन शहर में रहने वाले लोगों को स्वास्थ संबंधित कई गंभीर बीमारी सबसे ज्यादा होती है। इसकी प्रमुख वजह है कि उनके ऊपर आगे बढ़ने का और काम को कम समय में पूरा करने का जबरदस्त तनाव होता है। जिसके कारण उन्हें कैंसर, डायबिटीज, मानसिक रोग, नींद नहीं आना जैसे कई बीमारियाँ हो जाती हैं।


शहरों में लोग पैसे कमाने के पीछे इतना ज्यादा व्यस्त हो गए हैं कि उनके पास खाना खाने का भी समय नहीं होता है। शहर में रहने वाले लोगों के जीवन में कभी भी शांति नहीं होती है। वह हमेशा अशांत और मानसिक बीमारी के रोगी रहते हैं।


ग्रामीण क्षेत्र के लोगों का जीवन साधारण और खुशहाल: ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोगों का जीवन साधारण और खुशहाल होता है। वह अपने जीवन में हमेशा संतुष्ट दिखाई पड़ते हैं। उनके पास जितना रहता है उतने में अपने जीवन को वह जीने की कोशिश करते हैं। उनकी कोई बड़ी महत्वाकांक्षा और सपने नहीं होते हैं। बल्कि उनके सपने छोटे होते हैं और उन सपनों को पूरा करने में वह निरंतर प्रयास और परेशान रहते हैं।


ग्रामीण क्षेत्र भारत का बुनियादी ढांचा है क्योंकि भारत को जो अन्न की प्राप्ति होती है वह ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोगों के अथक प्रयास से ही होता है। ऐसे में अगर ग्रामीण क्षेत्र ना हो, तो भारत को अनाज की प्राप्ति नहीं हो पाएगी। ऐसे में देश अकाल और भुखमरी जैसी समस्या से झुझ सकती है। भारत के आर्थिक विकास में ग्रामीण क्षेत्र की एक महत्वपूर्ण भूमिका है। ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोगों के मन साफ होते हैं वह किसी के खिलाफ खराब बातें नहीं सोचते हैं।


गांवों और शहरों के पहलू: ग्रामीण क्षेत्र में बड़े स्कूल कॉलेज और हॉस्पिटल की बहुत ज्यादा कमी है जिसके कारण लोगों को स्वस्थ संबंधित कई गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में वाहन की उपलब्धता बहुत ही कम है। ऐसा नहीं है कि ग्रामीण क्षेत्र में वाहन नहीं है लेकिन कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जहां पर वाहन के आने-जाने की व्यवस्था नहीं है।


जिसके कारण लोगों को कई घंटे पैदल चलने पड़ते हैं। फिर भी आज ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के घरों में बाइक है इसलिए लोगों को कहीं भी जाने में आसानी हो रही है। शहर में बड़े-बड़े स्कूल कॉलेज हॉस्पिटल और सभी प्रकार के वाहन के साधन उपलब्ध है। इसलिए यहां पर लोगों को कहीं भी आने जाने में कोई परेशानी नहीं होती है। इसके अलावा यहां पर बड़े-बड़े कल कारखाने हैं जहां पर काम करने के लिए ग्रामीण क्षेत्र से लोग आते हैं। रोजगार के अधिक अवसर शहर में उपलब्ध हैं जबकि ग्रामीण क्षेत्रों मे यह ना के बराबर है।


इसलिए ग्रामीण क्षेत्रों से लोगों का पलायन शहरी क्षेत्रों की तरफ हो रहा है। शहर में जीवन का स्तर भले ही अच्छा है लेकिन इसके नकारात्मक प्रभाव भी है। यहां के लोग चिंता, अवसाद और तनाव जैसी बीमारी के रोगी होते हैं। क्योंकि शहर में लोगों का रात को सोने का और सुबह उठने का कोई समय निश्चित नहीं होता है। जिसके कारण उन्हें कई गंभीर बीमारी हो जाती है।


जबकि ग्रामीण क्षेत्रों मे लोग जल्दी सोते हैं और सुबह जल्दी उठ जाते हैं। इसलिए उनका स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है। शहर के लोग अपने जीवन में इतना व्यस्त रहते हैं कि उनके पास अपने परिवार के लिए भी टाइम नहीं होता है। कई लोग तो ऐसे भी है जिन्हें मालूम नहीं होता है कि उनके पड़ोस में कौन रहता है। इसलिए हम कह सकते हैं कि भारत में शहर और ग्रामीण क्षेत्र सिक्के के दो पहलू हैं और दोनों का अपना-अपना महत्व है। दोनों का भारत के विकास में अपनी अलग भूमिका है।


शहरी जीवन वरदान या अभिशाप: शहरी जीवन कई मायनों में एक वरदान है, लेकिन दूसरी ओर यह एक अभिशाप भी है। हर साल शहर की आबादी तेजी के साथ बढ़ रही है ऐसे में वहां पर रहने के लिए घरों की बहुत ज्यादा तंगी है। जबकि गांव में लोगों के घर काफी बड़े-बड़े होते हैं और घर में रहने वाले लोगों की संख्या बहुत कम होती है। कम संख्या होने का प्रमुख वजह है कि गांव के अधिकांश लोग काम की तलाश में शहर चले आते हैं। ऐसे में घर में सिर्फ औरतें और बच्चे और बूढ़े रहते हैं।


बूढ़े जो लोग गांव में रहते हैं उनके लिए शहर में जीवन व्यतीत करना काफी कठिन होता है। क्योंकि शहर में जिस प्रकार प्रदूषण की समस्या है ऐसे में यहां पर ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को रहने में काफी दिक्कत और परेशानी का सामना करना पड़ेगा। शहर के लोगों के पास वक्त नहीं होता है। वह हमेशा पैसे के पीछे दौड़ते रहते हैं और उनकी दौड़ कभी भी समाप्त नहीं होती है।


उनके सपने ग्रामीण क्षेत्र के रहने वाले लोगों के मुकाबले काफी बड़े और विशाल होते हैं। और उन सपनों को पूरा करने के लिए वह किसी भी हद तक जा सकते हैं। जबकि ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के सपने छोटे होते हैं और उन सपनों को पूरा करने के लिए ग्रामीण क्षेत्र के व्यक्ति भी प्रयास और परिश्रम करते हैं। वह अपने परिवार के साथ ज्यादा जुड़े हुए होते है।


निश्चित रूप से गांव और शहर में रहने वाले लोगों के जीवन शैली में काफी अंतर है और उनका कभी भी तुलना नहीं किया जा सकता है। लेकिन भारत में ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्र के लोगों के बीच में संतुलन स्थापित करने की जरूरत है। क्योंकि अगर इनका संतुलन स्थापित नहीं होता है तो इसका खामियाजा देश के विकास पर देखने को मिलेगा। क्योंकि भारत के विकास में दोनों जगहों की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसलिए हमें शहर और ग्रामीण दोनों जगह पर रहने का अभ्यास करना चाहिए ताकि हम दोनों जगह पर आसानी से रह सके।





F.A.Q ( अधिकतर पूछे जाने वाले सवाल )

  1. ग्रामीण क्षेत्र को अंग्रेजी में क्या कहते है ?
  2. ग्रामीण क्षेत्र को अंग्रेजी में रूरल एरिया ( Rural Area ) कहते है।

  3. शहरी क्षेत्र को अंग्रेजी में क्या कहते है ?
  4. शहरी क्षेत्र को अंग्रेजी में अर्बन एरिया ( Urban Area ) कहते है।

  5. एक छात्र के लिए कौनसा क्षेत्र अनुकूल होगा ?
  6. एक छात्र के लिए शहरी जीवन ज्यादा अनुकूल होता है।


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