[ 600 शब्द ] Essay on Politics in Hindi - राजनीती पर आसान निबंध

Today, we are sharing Simple essay on Politics in Hindi. This article can help the students who are looking for Long essay on Politics in Hindi. This is the simple and short essay on Politics which is very easy to understand it line by line. The level of this article is mid-level so, it will be helpful for small and big student and they can easily write on this topic. This Long essay on Politics is generally useful for class 5, class 6, and class 7, class 8, 9, 10.



essay on politics in hindi

Politics par nibandh Hindi mein

भूमिका: राजनीति के बिना कोई भी देश और समाज संचालित नहीं हो सकता है। आज कोई ऐसी जगह नहीं है जहां पर राजनीति ना की जाति हो। राजनीति का संबंध देश के संघीय ढांचा के साथ होता है। कोई भी देश का संविधान राजनीति के माध्यम से ही संचालित होता है। क्योंकि राजनीति करने वाले लोगों ने संविधान का निर्माण किया है।


राजनीति को इंग्लिश में पॉलिटिक्स कहा जाता है और पॉलिटिक्स एग्री भाषा के पुलिस शब्द से लिया गया है। जिसका अर्थ होता है मनुष्य से जुड़ी हुई। नगर गतिविधियां राजनीतिक का स्वरूप खेल की तरह होता है जहां कई टीमें होती है लेकिन उनमें एक ही टीम विजय घोषित होती है। उसी प्रकार भारत में राजनीतिक दल चुनाव लड़ते हैं और जो दल जीत हासिल करता है वह सत्ताधारी कहलाता है और हारने वाला दल विपक्ष कहलाता है।


भारतीय सरकार का संसदीय स्वरुप: भारत की राजनीति एक संसदीय ढांचे के अनुरूप काम करता है। प्रधानमंत्री का चयन जनता के द्वारा चुनाव के माध्यम से होता है। प्रत्येक 5 साल में प्रधानमंत्री का चुनाव होता है जिसमें देश के सभी नागरिक अपने वोट का प्रयोग करते हैं। भारत में वोट देने की न्यूनतम उम्र 18 वर्ष निर्धारित की गई है।


भारतीय राजनीति में राजनीतिक पार्टियां: भारतीय राजनीति में राजनीतिक पार्टियों का इतिहास काफी पुराना है। भारत की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस पार्टी है। कांग्रेस पार्टी का संबंध भारत की स्वतंत्रता संग्राम से है। इस पार्टी की स्थापना ब्रिटिश सरकार के कार्यकाल में हुआ था और इस पार्टी ने ही भारत को आजाद करवाने के लिए कई प्रकार के आंदोलन किए थे। पहले के समय भारत में कई राष्ट्रीय पार्टियां हुआ करती थी।


लेकिन बदलते हुए राजनीतिक परिवेश के कारण आज देश भर में कई राज्य स्तर की पार्टियां भी आ गई है। भारत में 5 साल के अंतराल पर लोकसभा और विधानसभा के चुनाव होते हैं। लोकसभा के चुनाव में देश के प्रधानमंत्री का चयन होता है जबकि विधानसभा में राज्य के मुख्यमंत्री का। भारत में राजनीतिक पार्टियों का एक प्रतीक चिन्ह होता है इन चिन्हों के माध्यम से उस पार्टी को चुनाव में जनता के द्वारा वोट दिए जाते हैं।


आज की तारीख में भारत में दो प्रमुख राष्ट्रीय पार्टियां हैं पहली बीजेपी और दूसरा कांग्रेस उसके अलावा कई क्षेत्रीय पार्टियां भी है जैसे आम आदमी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, अन्ना डीएमके, आरजेडी, जेडीयू, लोजपा, सपा और बसपा इत्यादि।


भारतीय राजनीति में राजनीतिक पार्टियां का चरित्र: भारत के जितने भी राजनीतिक पार्टियां हैं उन सभी में भ्रष्टाचार की जड़ें काफी ऊपर से नीचे तक फैली हुई हैं। जिसके कारण पार्टियां खुले तौर पर भ्रष्टाचार करते हैं और उन पैसों का इस्तेमाल चुनाव के समय करते है। भारतीय राजनीतिक में जो भी राजनीतिक पार्टियां हैं उनके ऊपर लगाम लगाने की जरुरत है।


चुनावों के पहले जो राजनेता बड़े ही विनम्रता से पेश आते है, लोगों से नीतियों और तरक्की के वादों की बौछार करते हैं वही राजनेता का चुनाव जीतने के बाद परिदृश्य बिल्कुल ही अलग हो जाता है। उनके सामने आने वाली आम लोगों की समस्याओं की बिलकुल परवाह नहीं होती है। कहीं-कहीं तो चुनाव जीतने के बाद राजनेता आम लोगों को ही परेशान करने की बात भी सामने आई है। राजनेताओं को सिर्फ अपने पैसे बनाने की पड़ी है, इसके लिए वो अपने कुर्सी की ताकत का इस्तेमाल करते है।


भारतीय राजनीति में कई ऐसे शक्तिशाली नेता है जो अच्छे लोगों को राजनीति में आने ही नहीं देते हैं। क्योंकि उन्हें डर है कि अगर अच्छे लोग राजनीति में आ गए तो उनकी दुकानें बंद हो जाएंगी। ऐसे ताकतवर नेता अपनी अलग-अलग और अवैध रणनीति लगाकर चुनाव को जीतते है। वे आम लोगों में पैसे, खाने के सामान जैसी चीजों को बांटकर अपने चुनावी झांसे में फ़साने का काम करते है, और गरीब पैसों की कमी के कारण उनके चुनावी झांसे में आकर उन्हें अपना वोट दे देते है। और चुनाव के बाद में लोगों को इसका बुरा परिणाम भुगतना पड़ता है।


सत्ता की कुर्सी पर जो राजनेता बैठा होता है वो कभी भी किसी कीमत पर सत्ता और अपना नियंत्रण नहीं खोना चाहता है। ऐसे में नेता फर्जी अफवाहें, झूठी बातें, पैसे देकर मिडिया को झूठी खबरे फैलाने को कहते हैं। इस तरह से जनता में गलत सन्देश के जाने से दूसरी पार्टी के नेताओं से उनका विश्वास कम हो जाता है और गलत सत्ताधारी नेताओं के जीत का मार्ग और मजबूत हो जाता है।


अधिकांश राजनीतिक दलों में युवाओं की कमी है जिसके कारण देश का विकास उस तेज गति से नहीं हो पा रहा है जैसा होना चाहिए।





F.A.Q ( अधिकतर पूछे जाने वाले सवाल )

  1. राजनीती को अंग्रेजी में क्या कहते है?
  2. राजनीती को अंग्रेजी में पॉलिटिक्स ( Politics ) कहते है।

  3. भारत प्रमुख राजनितिक दल कौन से है?
  4. भारत के प्रमुख राजनितिक दल है, भाजपा, कोंग्रेस, बसपा, आम आदमी पार्टी।

  5. भारत में प्रधान मंत्री का चुनाव कितने सालों में होता है?
  6. भारत में प्रधान मंत्री का चुनाव प्रत्येक 5 वर्षों में होता है।


Students in school, are often asked to write Long essay on Politics in Hindi. We help the students to do their homework in an effective way. If you liked this article, then please comment below and tell us how you liked it. We use your comments to further improve our service. We hope you have got some learning about Politics. You can also visit my YouTube channel which is https://www.youtube.com/synctechlearn.You can also follow us on Facebook at https://www.facebook.com/synctechlearn.

Post a Comment

Previous Post Next Post