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essay on noise pollution in hindi

Noise Pollution par nibandh Hindi mein

भूमिका: ध्वनि प्रदूषण हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक है। इसके द्वारा आपको कई गंभीर बीमारी भी हो सकती है। ध्वनि प्रदूषण विशेष तौर पर तेज आवाज के कारण उत्पन्न होता है, जैसे गाड़ियों का शोर, पटाखों का शोर, अगर कहीं पर बिल्डिंग का काम चल रहा है तो वहां से उत्पन्न ध्वनि, इसके अलावा घर में चल रहे इलेक्ट्रॉनिक चीजें जैसे टीवी, पंखा, रेडियो, कपडे धोने की मशीन, वैक्यूम क्लीनर इत्यादि।


अत: तेज आवाज को ही हम ध्वनि प्रदूषण कहते हैं। भारत जैसे विशाल देश में ध्वनि प्रदूषण सबसे ज्यादा है क्योंकि यहां पर लोगों की जनसंख्या अधिक है। और जहाँ की जनसंख्या अधिक होती है तो लोगों को एक जगह रहना पड़ता हैं जिसके कारण वहां पर उपस्थित सिमित साधन के लिए हमेशा लड़ाई झगड़ा करते हैं उसके द्वारा भी ध्वनि प्रदूषण उत्पन्न होता है।


ध्वनि प्रदूषण के कारण:

  1. कल कारखानों में मशीन के संचालन के द्वारा ध्वनि प्रदूषण अधिक होता।
  2. रेल बस और जितने भी वाहन हैं उनके द्वारा उत्पन्न ध्वनि के कारण भी ध्वनि प्रदूषण की समस्या उत्पन्न होती है।
  3. मंदिर मस्जिद जैसी जगह पर भी ध्वनि प्रदूषण की समस्या सबसे अधिक देखी जाती है क्योंकि यहां पर लोगों की आवाजाही सबसे अधिक होती है।
  4. लोगों के द्वारा आयोजित पार्टी, डिस्को और शादी समारोह में भी गानों का अधिक साउंड में बजना ध्वनि प्रदूषण को उत्पन्न करता है।
  5. अगर कोई भी बिल्डिंग का निर्माण किया जा रहा है इस दौरान उपयोग में मशीनो की आवाज भी ध्वनि प्रदुषण के कारण बनते है।
  6. दैनिक जीवन में घरेलू उपकरणों का उपयोग से भी ध्वनि प्रदूषण होता है।


ध्वनि प्रदूषण के प्रभाव:

  1. ध्वनि प्रदूषण के द्वारा बहरापन जैसी गंभीर बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है। क्योंकि एक मनुष्य 60 डीबी तक की आवाज सुनने की क्षमता होती है। अगर उससे अधिक डी बी की ध्वनि होती है, तो व्यक्ति के कान के पर्दे फट सकते हैं।
  2. हॉस्पिटल के अगल-बगल अगर ध्वनि प्रदूषण की समस्या अधिक है तो हृदय संबंधित रोगियों के लिए काफी घातक होता है। इससे उनकी मौत भी हो सकती है। इसलिए हॉस्पिटल से जुड़े हुए इलाकों में ध्वनि को निषेध करना चाहिए। ध्वनि प्रदूषण के कारण मनुष्य के व्यवहार में चिड़चिड़ापन आता है। कई लोग तो मानसिक बीमारी के रोगी हो जाते हैं।
  3. ध्वनि प्रदुषण अधिक होने से समुद्र में रहने वाली डॉल्फिन मछलियां मर जाती हैं। क्योंकि समुंद्र के अंदर जब पनडु्बी संचालित होती है तो उससे अधिक ध्वनि समुद्र में उत्पन्न होती है और जिससे समुद्र में रहने वाले कई जीव जंतु उस ध्वनि को बर्दाश्त नहीं कर पाते हैं और उनकी मृत्यु हो जाती है।


ध्वनि प्रदूषण को रोकने के उपाय:

  1. उद्योग धंधे के क्षेत्रों में साउड प्रूफ कमरों का निर्माण करना चाहिए ताकि कल कारखानों से ध्वनि बाहर निकल ना सके। इसके अलावा कल कारखानों का निर्माण आवासीय स्थलों से दूर होना चाहिए ताकि आमजन को ध्वनि प्रदूषण से समस्या ना हो।
  2. मोटरसाइकिल से संबंधित रिपेयरिंग दुकान हमेशा आवासीय बस्ती से दूर होने चाहिए, ताकि उससे उत्पन्न ध्वनि से किसी दूसरे व्यक्ति को समस्या ना हो।
  3. रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डे का निर्माण हमेशा आवासीय बस्ती और घरों से दूर होना चाहिए।
  4. शैक्षणिक संस्थानों और हॉस्पिटल्स के आसपास के इलाकों को ध्वनि निषेधित क्षेत्र घोषित करना चाहिए ताकि यहां पर कोई भी व्यक्ति ध्वनि प्रदूषण उत्पन्न ना कर सके।
  5. सरकार के द्वारा ध्वनि प्रदूषण को रोकने के लिए विशेष प्रकार के नियम और मापदंड निर्धारित करनी चाहिए, विशेष तौर पर शादी समारोह में ध्वनि का इस्तेमाल कैसे करना है इसके लिए सरकार को गाइडलाइंस का निर्माण करना चाहिए।
  6. ध्वनि प्रदूषण उत्पन्न करने वाले लोगों पर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।
  7. सरकार के द्वारा लोगों को जागरूक करना चाहिए, ताकि लोगों को ध्वनि प्रदूषण से होने वाले दुष्प्रभाव के बारे में जानकारी प्राप्त हो सके।
  8. सड़को पर शोर के कारण उत्पन्न होने वाले ध्वनि प्रदूषण को अवशोषित करने के लिये रिहायसी इलाकों के आस-पास हरियाली लगाने की अनुमति देनी चाहिये।


उपसंहार: ध्वनि प्रदूषण को रोकने के लिए हम सभी को मिलकर प्रयास करना होगा तभी जाकर ध्वनि प्रदूषण को रोका जा सकता है। क्योंकि ध्वनि प्रदूषण हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है विशेष तौर पर छोटे बच्चों के लिए। क्योंकि ध्वनि प्रदूषण का छोटे बच्चों पर काफी गहरा और भीषण प्रभाव पड़ता है। जिसके कारण कई बच्चे बहरापन जैसी बीमारी के शिकार भी हो जाते हैं। इसलिए ध्वनि प्रदूषण को रोकना हम सभी का कर्तव्य है।





F.A.Q ( अधिकतर पूछे जाने वाले सवाल )

  1. ध्वनि प्रदूषण क्या है ?
  2. ध्वनि प्रदूषण वैसे शोर या तेज आवाज को कहते है, जिसे सुनने पर हमें कठिनाई होती है, जैसे तेज बज रहे DJ की आवाज, मोटर गाड़ियों की चलने की तथा तेज हॉर्न की आवाज, इत्यादि, इसे ही हम ध्वनि प्रदूषण कहते है।

  3. ध्वनि प्रदूषण के क्या नुकसान है ?
  4. ध्वनि प्रदूषण के कई स्वास्थ्य हानि है, जैसे बहरापन, सिर दर्द, चिडचिडापन, तनाव इत्यादि।

  5. ध्वनि प्रदूषण को अंग्रेजी में क्या कहते है ?
  6. ध्वनि प्रदूषण को अंग्रेजी में नोइज़ पोल्युसन ( Noise Pollution ) कहते है।


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