Today in this post we are posting Speech on teacher's day in Hindi. This Speech ( भाषण ) can help the students who are looking for Speech on teacher's day in the Hindi language. This Teacher's day's speech is very simple and easy to remember. The level of this Speech is medium so any students can talk on this topic. On the bottom side of the post, you also find the second type of Speech that is in 15 lines, which is Specially for kids.
मन्नानिये मुख्य अतिथि , आदर्निये अध्यापकगन, अभिवावकों और यहाँ उपस्थित मेरे सभी दोस्तों को मेरा नमस्कार और शिक्षक दिवस की हार्दिक बधाई। सबसे पहले मैं अपने शिक्षक धर्मेन्द्र सर का धन्यवाद देना चाहूँगा जिन्होंने मुझे आज शिक्षक दिवस के मौके पर अपना विचार प्रकट करने का अवशर दिया। हमारे जीवन में एक शिक्षक का क्या महत्व है इस विषय पर मैं दो सब्द कहूँगा। बिना शिक्षक के हम अपने अच्छे जीवन की कल्पना नहीं कर सकते।
आज 5 सितम्बर है और इस दिन को हम शिक्षक दिवस हर साल मनाते है। यह दिन डॉ0 सर्वेपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन है। वह एक शिक्षक थे और वह अपने छात्रो के अनुरोध पर देश के राष्ट्रपति भी बने. वह देश के दुसरे राष्ट्रपति थे। यह सच कहा गया है के शिक्षक सभ्य समाज के आधार होते है। शिक्षक, छात्रो को सही दिशा दिखाते है और उनके व्यक्तित्व को विकशित करते है।
यह भी सच कहा गया है के शिक्षक, माता पिता से महान होते है क्योंकि माता पिता सिर्फ जन्म और उनकी परवरिश करते है, लेकिन शिक्षक उनको सही व्यक्तित्व के साथ साथ उनका भविष्य भी उज्जवल करते है।
इसलिए हम अपने शिक्षक को कभी नहीं भूल सकते। हमें हमेशा उनका प्रेमपूर्वक आदर करनी चहिये। वे हमें हमेशा सिक्षा के महत्व को बताते है की हमारे जीवन में सिक्षा का क्या महत्व है।
वे हमेशा हमें महान व्यक्तित्व का उदाहरण देकर पढाई करने को प्रेरित करते है। वे प्रेरणा के सागर है जो हमें सफलता तक पहुचने में सहायता करते है। दोस्तों हमें हमेशा शिक्षक के आज्ञा और सलाह को मानना चहिये और उनके बताये गए रास्ते पर चलना चहिये जिससे हम एक अच्छे व्यक्ति बन सके क्योंकि अच्छे व्यक्ति से अच्छे नागरिक और अच्छे नागरिको से देश महान बनता है। दोस्तों इसी के साथ मैं अपने सब्द को समाप्त करता हु जय हिन्द जय भारत।
मन्नानिये मुख्य अतिथि , आदर्निये अध्यापकगन, अभिवावकों और यहाँ उपस्थित मेरे सभी दोस्तों को मेरा नमस्कार और शिक्षक दिवस की हार्दिक बधाई। सबसे पहले मैं अपने शिक्षक धर्मेन्द्र सर का धन्यवाद देना चाहूँगा जिन्होंने मुझे आज शिक्षक दिवस के मौके पर अपना विचार प्रकट करने का अवशर दिया। हमारे जीवन में एक शिक्षक का क्या महत्व है इस विषय पर मैं दो सब्द कहूँगा। बिना शिक्षक के हम अपने अच्छे जीवन की कल्पना नहीं कर सकते।
आज 5 सितम्बर है और इस दिन को हम शिक्षक दिवस हर साल मनाते है। यह दिन डॉ0 सर्वेपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन है। वह एक शिक्षक थे और वह अपने छात्रो के अनुरोध पर देश के राष्ट्रपति भी बने. वह देश के दुसरे राष्ट्रपति थे। यह सच कहा गया है के शिक्षक सभ्य समाज के आधार होते है। शिक्षक, छात्रो को सही दिशा दिखाते है और उनके व्यक्तित्व को विकशित करते है।
यह भी सच कहा गया है के शिक्षक, माता पिता से महान होते है क्योंकि माता पिता सिर्फ जन्म और उनकी परवरिश करते है, लेकिन शिक्षक उनको सही व्यक्तित्व के साथ साथ उनका भविष्य भी उज्जवल करते है।
इसलिए हम अपने शिक्षक को कभी नहीं भूल सकते। हमें हमेशा उनका प्रेमपूर्वक आदर करनी चहिये। वे हमें हमेशा सिक्षा के महत्व को बताते है की हमारे जीवन में सिक्षा का क्या महत्व है।
वे हमेशा हमें महान व्यक्तित्व का उदाहरण देकर पढाई करने को प्रेरित करते है। वे प्रेरणा के सागर है जो हमें सफलता तक पहुचने में सहायता करते है। दोस्तों हमें हमेशा शिक्षक के आज्ञा और सलाह को मानना चहिये और उनके बताये गए रास्ते पर चलना चहिये जिससे हम एक अच्छे व्यक्ति बन सके क्योंकि अच्छे व्यक्ति से अच्छे नागरिक और अच्छे नागरिको से देश महान बनता है। दोस्तों इसी के साथ मैं अपने सब्द को समाप्त करता हु जय हिन्द जय भारत।
- Speech on Independence day in Hindi.
- Essay on Independence day in English.
- Essay on Independence Day in Hindi.
Speech on Teacher's Day in 15 line for kids in Hindi.
- मन्नानिये मुख्य अतिथि , आदर्निये अध्यापकगन, अभिवावकों और यहाँ उपस्थित मेरे सभी दोस्तों को मेरा नमस्कार।
- आप सभी को मेरी तरफ से शिक्षक दिवस की हार्दिक बधाई।
- जैसा की हम जानते है हम सभी यहाँ शिक्षक दिवस मनाने इकट्ठा हुवे है ।
- आज के दिन ही डॉ0 सर्वेपल्ली राधाकृष्णन का जन्म हुवा था ।
- डॉ0 सर्वेपल्ली राधाकृष्णन भारत के दुसरे राष्ट्रपति थे ।
- और भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ0 राजेंद्र प्रशाद थे ।
- डॉ0 सर्वेपल्ली राधाकृष्णन एक शिक्षक थे ।
- उन्होंने अपने छात्रों के अनुरोध पर सन 1962 में देश के राष्ट्रपति बने थे ।
- वह सिर्फ एक अच्छे राष्ट्रपति ही नहीं बल्कि एक अच्छे शिक्षक भी थे ।
- भारत के सभी छात्र इस दिन को अपने शिक्षकों को सम्मानित करने के लिए मनाते हैं।
- यह ठीक ही कहा जाता है कि शिक्षक हमारे समाज का आधार हैं।
- शिक्षक के बिना हम अच्छे समाज की उम्मीद नहीं कर सकते हैं।
- शिक्षक अच्छे और शभ्य नागरिक बनाते हैं।
- और अच्छे नागरिको से अच्छा देश बनता है ।
- तो दोस्तों हमें हमेशा अपने शिक्षको का सम्मान करना चाहिए , धन्यवाद ।
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